भारतीय फसलें तथा उनका वर्गीकरण
by Alok Verma
भारतीय फसलें तथा उनका वर्गीकरण
भारतीय फसलों का वर्गीकरण भिन्न-भिन्न आधारों पर किया जा सकता है। नीचे कुछ आधारों पर भारतीय फसलों का वर्गीकरण दिया गया है।
ऋतु आधारितसंपादित करें
- रबी फसलें : गेहूँ, जौं, चना, सरसों, मटर, बरसीम, रिजका, मसूर, आलू, तम्बाकू, लाही, जंई
- जायद फसलें : कद्दू, खरबूजा, तरबूज, लौकी, तोरई, मूँग, खीरा, मीर्च, टमाटर, सूरजमूखी
- खरीफ फसलें : धान, बाजरा, मक्का, कपास, मूँगफली, शकरकन्द, उर्द, मूँग, मोठ लोबिया(चँवला), ज्वार, तिल, ग्वार, जूट, सनई, अरहर, ढैंचा, गन्ना, सोयाबीन,भिण्डी Aalu
जीवनचक्र पर आधारितसंपादित करें
- एकवर्षीय फसलें : धान, गेहूँ, चना, ढैंचा, बाजरा, मूँग, कपास, मूँगफली, सरसों, आलू, शकरकन्द, कद्दू, लौकी, सोयाबीन
- द्विवर्षीय फसलें : चुक्कन्दर, प्याज
- बहुवर्षीय फसलें (Perennials) : नेपियर घास, रिजका, फलवाली फसलें
उपयोगिता या आर्थिक आधार परसंपादित करें
- अन्न या धान्य फसलें (Cereals) : धान, गेहूँ, जौं, चना, मक्का, ज्वार, बाजरा,
- तिलहनी फसलें (Oilseeds) : सरसों, अरंडी, तिल, मूँगफली, सूरजमूखी, अलसी,
, तोरिया, सोयाबीन और राई
- दलहनी फसलें (Pulses) : चना, उर्द, मूँग, मटर, मसूर, अरहर, मूँगफली, सोयाबीन
- मसाले वाली फसलें : अदरक, पुदीना, प्याज, लहसुन, मिर्च, धनिया, अजवाइन, जीरा, सौफ, हल्दी, कालीमिर्च, इलायची और तेजपात
- रेशेदार फसलें (Fibres) : जूट, कपास, सनई, पटसन, ढैंचा
- चारा फसलें (Fodders) : बरसीम, लूसर्न (रिजका), नैपियर घास, लोबिया, ज्वार
- फलदार फसलें : आम, अमरूद, नींबू, लिचि, केला, पपीता, सेब, नाशपाती,
- जड एवं कन्द (Roots & Tubers) : आलू, शकरकन्द, अदरक, गाजर, मूली, अरबी, रतालू, टेपियोका, शलजम
- उद्दीपक (Stimulants) : तमबाकू, पोस्त, चाय, कॉफी, धतूरा, भांग
- शर्करा : चुकन्दर, गन्ना
- औषधीय फसलें (Medicinals) : पोदीना, मेंथा, अदरक, हल्दी और तुलसी
विशेष उपयोग आधारितसंपादित करें
- नकदी फसलें (Cash Crops) : गन्ना, आलू, तम्बाकू, कपास, मिर्च, चाय, काफी,
- अन्तर्वती फसले (Catch Crops) : उर्द, मूँग, चीना, लाही, सांवा, आलू
- मृदा रक्षक फसलें (Cover Crops) : मूँगफली, मूँग, उर्द, शकरकन्द, बरसीम, लूसर्न (रिजका)
- हरी खाद : मूँग, सनई, बरसीम, ढैचां, मोठ, मसूर, ग्वार, मक्का, लोबिया, बाजरा